अग्निशिखा साहित्य महोत्सव परिचर्चा के साथ नववर्ष के आगमन पर हुई काव्यगोष्ठी

मुंबई   ।   अखिल भारतीय अग्निशिखा मंच के तत्वावधान में आयोजित 34 वी गोष्टी नए वर्ष के आगमन पर आयोजित की गई जो हर्षोल्हास के साथ सम्पन्न हुआ , अग्निशखा मंच की अध्यक्षा अलका पाण्डेय ने बताया की नए वर्ष के स्वागत व अंतरराष्ट्रीय हिंदी साहित्य महोत्सव सफलता पूर्वक संपन्न हुआ जिसकी ख़ुशी में यह विशेष आयोजन आयोजित की गई थी , यह कार्यक्रम देविका रोहाऊस कोपरखैरने में में दिनांक 3 जनवरी 2020 सायं चार बजे  से रात्रि 8 बजे तक चला , इस संगोष्ठी में मुख्य अतिँथि  नीता श्रीवास्तव व समारोह अध्यक्ष अनीता झा रायपुर से पधारी थी  , मंच संचालन की सूत्रधार थी नागपुर की हेमलता मानवी जिन्होंने अद्भुत संचालन किया ।

सरस्वती वंदना वरिष्ठ कवियत्री शिल्पा सोनटके ने किया , कार्यक्रम का शुरुवात पवन तिवारी जी ने महोत्सव की समीक्षा करते हुये की और इसी तरह से कार्यक्रम होते रहना चाहिये उन्होंने कहाँ , विनय शर्मा दीप जी ने कहाँ किसी की आलोचना पर ध्यान न देकर काम पर ध्यान देना चाहिये  और अपनी रचना सुनाई , वंदना श्रीवास्तव ने पुस्तक प्रकाशन पर ज़्यादा ध्यान देना चाहिये ताकी भविष्य में कोई गलती न हो , रामप्यारे रघुवंशी जी ने कहाँ सब अच्छे से हो गया आगे से हम लोग और ध्यान देंगे ,
सबने कार्यक्रम की प्रशंसा की  कविता पाठ करने वाले कवि थे ..डॉ . अरुण मिश्रा “अनुरागी”शारगेन्दु झा – शिल्पा सोनटके , बंदना श्रीवास्तव,नीरजा ठाकुर, निरुपमा शर्मा,अलका पाण्डेय ,विश्भरदयाल तिवारी , शारदा दुबे , रघुवंशीय जी , ओम प्रकाश सिंह , डॉ हरिदत्त गौतम , भारत भूषण शारदा , हरीश शर्मा “यमदूत “,डा. सुशीला पाल जी का स्वागत किया गया मोमेंटो व सम्मान पत्र से उन्होंने नारी पर कविता सुनाई ।


पुनम खत्री का भी सम्मान किया गया , मोमेंटो व सम्मान पत्र देकर उन्होंने गजल सुनाई , नुरसाबा शयान का स्वागत सब महिलाओं में मिलकर किया , मोमेंटो व सम्मान पत्र व काव्य धारा व कथा धारा पुस्तके दी गई , शिल्पा सोनटके जी का स्वागत अनिता झा व अलका पाण्डेय ने मोमेंटो व सम्मान पत्र दे कर किया ,  साथ काव्यधार व कथा धार पुस्तक भेंट दी गई ,
सबलोगो ने अपनी उत्कृष्ट रचनाये सुनाई ।


अंत में अलका पाण्डेय ने सबका आभार व्यक्त किया और बताया कि दो दिवसीय महोत्सव सबके सहयोग से पुरा हुआ मैं अकेले कुछ नहीं कर पाती यदि  कुमार जैन,पवन तिवारी अश्विन पाण्डेय,नीरजा ठाकुर ,वंदना श्रीवास्तव, निरुपमा शर्मा , रानी अग्रवाल व कविता राजपूत, अनिता झा , नीलम गुप्ता , राम प्यारे रघुवंशी, विनय शर्मा दीप , हेमलता मानवी , उमेश चौहान
और बहुत लोग है न होते तो सम्भव नहीं था ,  राष्ट्रीय अध्यक्षा,समाजसेविका अलका पाण्डेय ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सबके सहयोग से ही यह कार्य बहुत सरलता से सम्पन्न हुआ व सभी देशों से आये हुये प्रतिभागीयो का जो यहाँ
मुम्बई में आये व कार्यक्रम की शोभा बने उन सभी का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद दिया और गोष्ठी का समापन किया ।