आंग्रे के विरोध आंदोलन में सकते में भाजपा सरकार अचानक  पुलिस परवानगी की रदद् 

चंद्रभूषण विश्वकर्मा

ठाणे   । जहा पूरे देश मे भाजपा सरकार का गुड़गान हो रहा है वही आज ठाणे में भाजपा सरकार का एक नया रूप देखने को मिला वही आज ठाणे के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता रविंद्रनाथ आंग्रे की अगुवाई में  ठाणे मनपा से जिलाधिकारी  कार्यालय पर भ्रष्टाचार के खिळाफ विरोध आंदोलन होने वाला था   ।
इसके लिए पुलिस प्रशासन ने अनमति भी दी थी लेकिन एकाएक पुलिस प्रशासन ने अनुमति  पर रोक लगा दी  , आंग्रे का आरोप है कि राज्य सरकार के निर्देश पर पुलिस प्रशासन ने यह कमद उठाया ,  लेकिन इसके बाद भी कांग्रेसी नेता व पदाधिकारी बड़ी संख्या में विरोध आंदोलन में सहभागी हुए , तो  वैसे ही कांग्रेंस के विरोध आंदोलन को ठाणे मनपा मुखयालय के सामने ही पुलिस ने रोक दिया , लेकिन  आंग्रे के इस विरोध आंदोलन को ठाणेकरों का भारी प्रतिसाद मिल रहा है  ।
रविंद्रनाथ आंग्रे ने कहा कि लोकशाही तरीके से कांग्रेसी विरोध करनेवाले थे लेकिन राज्य सरकार के निर्देश पर पुलिस द्वारा उसे बाधित करने का हर संभव प्रयास किया गया , लेकिन ठाणेकरों ने उसे सफल नहीं होने दिया इस विरोध आंदोलन में रविंद्रनाथ आंग्रे, नगरसेवक विक्रांत चव्हाण, अनिल साळवी, सदानंद भोसले, ऋषिकेश आंग्रे, श्रीमती नीता मगर, सुमनताई वाघ, श्रीमती निहारी आदि पदाधिकारी शामिल थे ।
जबकि आंग्रे की अगुवाई में कांग्रेसी शिष्टमंडल ने जिलाधिकारी कार्यालय में अपना निवेदन दिया , जबकि इस विरोध मोर्चा में शामिल होनेवाले वरिष्ठ कांग्रेसी नेता  विरोधी पक्षनेते विजय वडेट्टीवार, बी. एम. संदीप, मुझफफर हुसेन आदि पुलिस परवाना रद्द होने के कारण शामिल नहीं हुए , आंग्रे का आरोप था कि सत्तातंत्र का दुरुपयोग कांग्रेस आंदोलन के खिलाफ किया गया , कांग्रेसी नेता आंग्रे ने कहा कि गत पांच साल के दौरान ठाणे के विकास की आड़ में भारी भ्रष्टाचार किया गया है   ।
इसी  के दौरान टीडीआर घोटाळा, महाडा वर्तकनगर पुनर्विकास घोटाळा, शिक्षण विभाग घोटाळा, रास्ते, घनकचरा, बीएसयुपी घरों का  घोटाळा, नालेसफाई घोटाळा आदि किए गए , लेकिन एक भी मामले में किसी तरह की कार्रवाई विभागीय स्तर पर नहीं हो रही है  कांग्रेस की मांग है कि इन घाटालों की जांच भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा करवाई जाए ।
ठाणे मनपा में जारी भ्रष्टाचार के खिलाफ अनिश्चितकालीन अनशन को पुलिस ने अनुमति दी है , ठाणे रेलवे स्टेशन के बाहर भी विरोध आंदोलन जारी रहेगा आंग्रे का  आरोप है  कि ठाणे मनपा में इस समय दशकों से एक ही कुर्सी पर कब्जा जमाकर अधिकारी बैठे हैं ,  बहुत सारे अधिकारियों ने अपनी संपत्ति का ब्यौरा जाहिर नहीं किया है , और आये दिन ठाणे मनपा में भ्रष्टाचार बढ़ता ही जा रहा है लेकिन फिर भी भ्रष्टाचारी अधिकारीयो पर कोई कार्यवाही नही की जा रही है , इसका मतलब साफ है कि यह सब अधिकारीयो की मिलीभगत से ही ठाणेकरो के पैसो को लूटा जा रहा है ।