आंदोलन की तैयारी में जुटा विश्वकर्मा समाज : अशोक विश्वकर्मा

चकिया ।  प्रदेश में कमजोर वर्ग के लोगों पर हो रहे जुल्म, अन्याय, हत्या तथा बेतहाशा अपराध के खिलाफ न्याय व रोजी-रोटी तथा विश्वकर्मा पूजा अवकाश को लेकर विश्वकर्मा समाज संगठित होकर एक बड़े आंदोलन की तैयारी में जुटा है आंदोलन की मजबूती व सफलता हेतु व्यापक स्तर पर संपर्क अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत आज ऑल इंडिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा के नेतृत्व में चंदौली जनपद के विकासखंड चकिया व नौगढ़ क्षेत्र में व्यापक संपर्क किया गया , इस दौरान मझगांई में बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा प्रदेश में जातीय आधार पर जुल्म व उत्पीड़न हो रहा है कोरोना महामारी के दौरान विभिन्न जनपदों में विश्वकर्मा समाज सहित अति पिछड़े कमजोर वर्ग के लोगों की भू- संपत्ति राजनैतिक संरक्षण प्राप्त दबंग माफिया के हड़पने, बलात्कार तथा हत्या की अनेक घटनाएं घटित हुई हैं , जिसमें पुलिस की भूमिका पक्षपातपूर्ण रही है पीड़ितों के मुख्यमंत्री के दरबार में फरियाद लगाने के बावजूद भी न्याय नहीं मिल‌ रहा   |

निराश फरियादी न्याय की आस में दर-दर भटकने को मजबूर हैं उन्होंने कहा-महामारी के चलते आम आदमी जहां बेरोजगारी और भुखमरी से त्राहि-त्राहि कर रहा है वही प्रशासनिक अन्याय और भ्रष्टाचार ने कमजोर वर्ग के लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है जनप्रतिनिधियों की भी अनसुनी करने वाले निरंकुश एवं बेलगाम प्रशासनिक अधिकारियों पर सरकार का नियंत्रण ढीला पड़ गया है जिससे जुल्म-उत्पीड़न और अन्याय का शिकार हो रहे जनमानस में जबरदस्त उबाल है उन्होंने सरकार पर भेदभाव एवं विश्वकर्मा समाज की पहचान मिटाने का आरोप लगाते हुए कहा-एक ओर जहां विश्वकर्मा समाज की संस्कृति, संस्कार और पहचान से जुड़े परंपरागत पर्व विश्वकर्मा पूजा का अवकाश रद करके सरकार ने करोड़ों विश्वकर्मावंशियों की भावनाओं को आहत किया है।

वहीं दूसरी ओर विश्वकर्मा समाज के परंपरागत कारीगरों व शिल्पकारों के रोजी-रोटी और आर्थिक बेहतरी के लिए माटी कला बोर्ड की भांति शिल्प कला बोर्ड की स्थापना की मांग को लगातार नजरअंदाज कर भेदभाव कर रही है उन्होंने कहा विश्वकर्मा समाज अपनी मांगों को लेकर क्रांति दिवस 9 अगस्त से आंदोलन शुरू करेगा कार्यक्रम में प्रमुख रूप से श्रीकांत विश्वकर्मा, डॉ. प्रमोद कुमार विश्वकर्मा, नंदलाल विश्वकर्मा, दीनदयाल विश्वकर्मा, राजेश कुमार विश्वकर्मा, विजेंद्र विश्वकर्मा उर्फ गब्बर, सुरेंद्र विश्वकर्मा, विजय विश्वकर्मा सूबेदार विश्वकर्मा भुवन विश्वकर्मा सुरेश विश्वकर्मा सोनू विश्वकर्मा डॉक्टर गोपाल विश्वकर्मा सुधीर विश्वकर्मा पंकज विश्वकर्मा विजय बहादुर विश्वकर्मा इत्यादि लोग थे ।