आईएस अधिकारी बानायत की मांग सावित्रीबाई फुले को मिले भारतरत्न

समर प्रताप सिंह
ठाणे । महिला शिक्षण के लिए सावित्रीमाई फुले ने जीवन भर जो संघर्ष किया वह ऐतिहासिक आत्मगौरव का विषय है , साथ ही उनके अभियान में  ज्योतीराव फुले के योगदान को भी नकारा नहीं जा सकता है ।
महिला शिक्षा तथा उसके उत्थान के लिए  सावित्रीबाई फुले और महात्मा ज्योतीराव फुले के योगदान को देखते हुए दोनों को भारतरत्न से सममानित किया जाना चाहिए , इसके लिए समाज को आगे आना होगा इस तरह का आह्वान आईएएस अधिकारी भाग्यश्री बानायत ने की ।
उपरोक्त बातें बानायत ने ठाणे के गडकरी रंगायतन में आयोजित ज्ञानज्योती सावित्रीबाई फुले की जयंती निमित्त आयोजित कार्यक्रम के दौरान कही , कार्यक्रम का आयोजन ठाणे माली समाज की ओर से किया गया था ।
इसमें विविध क्षेत्रों का उल्लेखनीय काम करनेवाली महिला शक्तियों का सत्कार आईएएस अधिकारी भाग्यश्री बानायत के हाथों किया गया ।
कार्यक्रम के दौरान ठाणे मनपा सभागृह नेता  नरेश म्ह्मस्के, माळी समाज के अध्यक्ष सचिन शिंदे, कार्याध्यक्ष सचिन केदारी, मुंबई विभाग कामगार उपायुक्त रविराज इवळे,माळी महासंघ के डी.के.माळी, प्रकाश ढोकणे, ठाणे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष  अध्यक्ष अनिल साळवी, उद्योजिका जयश्री रामाणे, सैनी सेवा समाज की वनिता लोंढेके साथ ही अन्य मान्यवर आदि उपस्थित थे ।
उल्लेखनीय  काम के लिए  उमा माळी,शैक्षणिक क्षेत्र में काम करने के लिए  निलम बनसोडे, सामाजिक क्षेत्र में रूपाली चाकणकर,पत्रकारिता  क्षेत्रमें अनुपमा गुंडे, व्यावसायिक क्षेत्र में नीता कलोरे को ज्ञानज्योती सावित्रीमाई फुले पुरस्कार देकर सम्मान  किया गया ।
इसी अवसर पर  डॉ.गणेश राख का भी विशेष सत्कार किया गया कार्यक्रम का सूत्रसंचालन संस्था के महासचिव नवनीत सिनलकर ने किया ।