कैडेटों को सिखाया आपदा प्रबंधन का गुण

खजनी /गोरखपुर । स्थानीय द्रोपदी देवी त्रिपाठी पीजी कालेज में चल रहे एनसीसी शिविर में गुरूवार को जलवायु परिवर्तन एवं आपदा प्रबंधन विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया ।

जिसमें शिविर में प्रतिभाग कर रहे कैडेटों को प्राकृतिक आपदा के दुष्प्रभाव को कम करने और हरित गैसों के उत्सर्जन में गिरावट करने के प्रति जागरूक किया गया
कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिला आपदा प्राधिकरण के प्रशिक्षण प्रभारी गजेंद्र सिंह बघेल ने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं को रोका नहीं जा सकता लेकिन थोड़ी सी जागरूकता व सावधानी से आपदा से होने वाले दुष्प्रभाव को कम किया जा सकता है  ।

आपदा पूर्व नियोजन जानमाल के खतरे को कम कर सकता है आपदा प्रभावित क्षेत्रों में क्षतिग्रस्त सरकारी परिसंपत्ति के नुकसान की भरपाई व मरम्मत के लिए एनडीआरएफ के पास पर्याप्त बजट उपलब्ध है उन्होंने कहा कि जान माल की क्षति पर मिलने वाली सभी सहायता राशि चौबीस घंटे के भीतर पीड़ित तक पहुंच जानी चाहिए  ।

इसमें हिलाहवाली होने पर संबंधित कर्मचारी के खिलाफ कार्यवाही हो सकती है , इंस्पेक्टर डीके पांडेय ने कहा कि मनुष्य ने अपने भौतिकवादी जीवन शैली से हरित गैसों में वृद्धि किया है जिससे अनेक जलवायुविक परिवर्तन सामने आ रहा है ।

मौसम चक्र में परिवर्तन हो रहा है बरसात होने की गति बदल रही है अध्यक्षता कर रहे कैंप कमांडेंट कर्नल अनुराग सूद ने प्रशिक्षकों के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि इससे कैडेट हर परिस्थिति का मुकाबला करने में सक्षम होंगे ।

संजालन डिप्टी कैंप कमांडेंट ले. कर्नल केपी श्रेष्ठा ने किया इससे पूर्व कार्यशाला में एनडीआरएफ के जवानों ने डिमांस्ट्रेशन कर कैडेटों को आपदाओं के समय जरूरी प्राथमिक सावधानियों के प्रति जागरुक किया इस अवसर पर कैप्टन राकेश पांडेय, ले. डा. वाहिद अली, सेकंड आफिसर हरिलाल, थर्ड आफिसर रामजन्म निषाद, बीवी ठाकुरी, डा. शिवेंद्र त्रिपाठी, दिग्विजय सिंह, संजय प्रजापति, दयानंद, देवाशीष राय, संतोष प्रधान, अंबर राय, लोकबहादुर थापा, केबी थापा, रमेश कर्की सहित बड़ी संख्या में कैडेट उपस्थित थे ।