गाँव व नगर की सडकें कीचड़ से सनी

गोला , गोरखपुर / जोखन प्रसाद | सोमवार की रात से लगातार हो रही रुक – रुक कर के तेज बारिश से छोटे – मोटे व्यवसाय जैसे ठेले , खोमचे , फुटपाथ पर सब्जी आदि सामान बेचने वाले लोग प्रभावित हो रहे हैं , तो वहीं जाम पड़ी नालियों से जलनिकासी न होने से गाँव व उपनगर की सड़के तालाब बन गई है और जगह जगह जलजमाव होने से जलजनित बीमारी फैलने की आशंका बढ़ती जा रही हैं , यहाँ तक उपनगर  से लेकर गांव तक की सडकें कीचड़ से सराबोर हो गई है , जिससे फर्राटा भरने वाले वाहनों के चलने से राहगीर व दुकानदार गँदे पानी के शिकार हो रहे हैं , बीती रात हुई बारिश से किसानों की किसानी भी प्रभावित हुई है , समय से धान का बेहन तैयार न होने से धान की रोपाई भी लोग नहीं कर पा रहे हैं , जिससे यह बरसात उन किसानों के लिए बेकार साबित हो रहा है तो जिन किसानों के धान के बेहन तैयार है वह खुशी से लबरेज होते हुए झूम के बैठौनी (रोपनी) करा रहे है और इन्द्र भगवान को धन्यवाद दे रहे हैं , किसी किसी क्षेत्र में बरसात कम होने से वहा के किसान नहर और बोरिंग का सहारा लेकर धान की रोपाई कर रहे हैं , एक तरफ जहां किसान खेती के लिए हुए बरसात को सँजीवनी बता रहे हैं तो वहीं नालियों की उफानाने से गाँव व उपनगर  गँदे पानी से भर गया है , जिससे पैदल चलने वाले के लिए मुसीबत बन गयी है , एक तरफ जहां किसान अपनी किसानी को लेकर खुश नजर आ रहे हैं तो वहीं प्लास्टिक व छाता बेचने वाले दुकानदार अपनी दुकानदारी को लेकर मशगूल हैं , गांव टोले मजरे मे रहने वाले लोग घरों व छतो से टपक रहे पानी से लोगों की नीद हराम हो गई है , एकाएक हुए गरज तड़क के साथ हुए बरसात से नदियों के किनारे रहने वाले ग्रामीण बाढ़ आने को लेकर भयभीत हैं , सड़को के किनारे हुए जलजमाव सड़कों पर बह रहे गन्दे पानी व बन्धो के जर्जर हालत को जानते हुए भी सम्बन्धित विभाग के जिम्मेदार मौन होने के कारण तहसील क्षेत्र की जनता भयभीत है , अगर समय से प्रशासन अपनी नजर एक बार इन समस्याओं पर गड़ा दे तो सारी समस्याएं दुर हो जाएगी  |