ग्राम प्रधान चुनाव से संबंधित आपसी रंजिश पर है पुलिस की नजर :- एस.पी. साउथ 

गोरखपुर / जोखन प्रसाद |        जाड़े का मौसम और गांव में प्रधानी के चुनाव की आहट के बीच अपराध और अपराधियों पर अंकुश कैसे लगेगा इसको लेकर पुलिस अधीक्षक (दक्षिणी) विपुल श्रीवास्तव ने पुलिस की तैयारियों के संबंध में बात करते हुए बताया कि क्राइम कंट्रोल करने के लिए आजकल मेन फोकस ग्राम प्रधान के चुनाव पर है क्योंकि इस चुनाव में आपसी रंजिश बहुत ज्यादा बढ़ती हैं इसलिए थानेदारों को निर्देश दिया गया है कि गांव के विवादों को चिन्हित किया जाए , विवादों को चिन्हित कर उस पर कार्रवाई की जाए जिससे गांव में अमन शांति बनी रहे , साथ ही जाड़े के मौसम में चोरी नकबजनी की घटनाएं बहुत अधिक बढ़ जाती है इस मौसम में लोग अक्सर गहरी नींद में सो जाते हैं और सुस्त भी रहते हैं इस कारण चोर काफी सक्रिय रहते हैं इसको दृष्टिगत रखते हुए सब जगह रात्रि में सघन पेट्रोलिंग की व्यवस्था की गई है गोरखपुर के दक्षिणांचल में 10 थाने हैं उन सबको ब्रीफिंग की गई है कि पी.आर.बी. हर जगह तैनात रहती है देर रात में कोई व्यक्ति दिखाई दे तो सायरन हूटर बजाते हुए टोका टाकी कर उससे पूछताछ की जाए , जो भी रात में मिले पैदल हो चाहे किसी वाहन से उसे रोककर उससे पूछताछ किया जाए इससे क्राइम कंट्रोल किया जा सकता है       |

पुलिस अधीक्षक (दक्षिणी) ने कहा कि बैंकों , ग्राहक सेवा केंद्र और ए.टी.एम. के आसपास रात में पेट्रोलिंग पार्टियां चेकिंग जरूर करें अगर कोई संदिग्ध दिखाई दे तो उससे पूछताछ करें , इसके अलावा उन्होंने बताया कि ग्राम सुरक्षा समितियों को पुनर्जीवित करने को कहा गया है निर्देश दिया गया है की ग्राम सुरक्षा समितियों को सक्रिय बनाया जाए साथ ही गाँव में तैनात चौकीदारों को चौकन्ना कर दिया गया है उन्हें बताया गया है कि अगर गांव के आसपास किसी घुमंतू जाति का डेरा है या कोई पड़ाव है तो वह उसकी सूचना थानों पर जरूर दें , थानेदारों से कहा गया है कि वह कम से कम रात 12:00 बजे तक गश्त करें इसके बाद रात्रि अफसर गश्त करें साथ ही वह हूटर सायरन का प्रयोग करें , महिलाओं से संबंधित अपराध पर शीघ्र कार्यवाही करने के लिए भी निर्देश दिया गया है , साथ ही सभी थाना प्रभारियों , बीट प्रभारियों , चौकी प्रभारियों को इस बारे में खासतौर से बता दिया गया है की कोई भी छोटी बड़ी घटना हो उस पर त्वरित कार्रवाई करें क्योंकि वर्तमान परिवेश में छोटी – छोटी घटनाओं को बड़ी बात बना दिया जा रहा है       |