ठाणे मनपा की सीमा में स्थित सिर्फ 181 अस्पतालों के पास है सक्षम अग्निसुरक्षा यंत्र

कुल 384 निजी अस्पताल ,अन्य अस्पतालों ने नहीं लिया अनुमति 
वरिष्ठ संवाददाता
ठाणे |  मुंबई के कामगार अस्पताल में हुए आगजनी के बाद ठाणे मनपा क्षेत्र में स्थित अस्पतालों की सुरक्षा को लेकर अग्निशमन विभाग और स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया था , और सभी अस्पतालों को सक्षम अग्निसुरक्षा तकनीक मजबूत करने के लिए नोटिस दिया था , लेकिन दिसंबर तक दी गई कालावधि में कुल 384 अस्पतालों में से सिर्फ 181 अस्पतालों ने अग्निसुरक्षा जांच से संबधित कागजात पेश किये है और इन्हें अग्निशमन विभाग ने एन ओ सी दिया है |
 
लेकिन आज भी तक़रीबन 203 अस्पताल ऐसे है जिन्होंने अब तक एन ओ सी नहीं लिया है , अर्थात एक प्रकार से यह कह सकते है कि इन अस्पताल के संचालकों ने मनपा के आदेशों को नहीं माना है , लेकिन अब तक  ऐसे अस्पतालों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई है |
   
   ज्ञात हो कि कुछ महीने पहले ही मुंबई के अँधेरी परिसर में स्थित कामगार अस्पताल में अचानक आग लग गई थी और इसके आधे दर्जन से भी अधिक लोग आगजनी के शिकार हो गए  थे , जबकि कई लोग जल गए थे , इस घटना को सज्ञान में लेते हुए ठाणे महानगर पालिका अग्निशमन विभाग ने भी ठाणे के सभी अस्पतालों को अग्निसुरक्षा यंत्रणा की जांच करने लिए आवेदन करने का आवाहन किया था |
 
अग्निशमन विभाग ने कुल 384 अस्पतालों को नोटिस भेजा था , इस नोटिस के बाद निजी अस्पताल चालकों में खलबली सी मच थी , क्योंकि इन्हें सक्षम अग्निसुरक्षा संबधित सभी कागजात 31 दिसंबर तक पेश कर एन ओ सी लेना जरुरी था |
 
लेकिन अब तक सिर्फ 181 अस्पतालों ने ही सरे कागजात पेश कर जांच कराकर एन ओ सी लिया है , लेकिन 203 अस्पताल ऐसे है जिन्होंने अब तक न तो संबधित कागजात पेश किया है और न ही एन ओसी लेने की जहमत उठाया है , जिससे आज भी हजारों कर्मचारी और मरीज अस्पताल में रखकर भी जीवन और मौत के बीच जूझ रहे है |