नाका बांधकाम कामगारों के आएंगे अच्छे दिन
ठाणे | ठाणे शहर में कई ऐसे कामगार नाका हैं जहां बांधकाम करने वाले कामगार सहज उपलब्ध होते हैं इसी में एक है मुंब्रा का कामगार नाका , मुंब्रा कामगार नाका पर रोजाना सैकड़ों की संख्या में बांधकाम कामगार उपलब्ध रहते हैं ऐसे कामगारों के पंजीकरण के लिए बहुजन असंगठित मजदूर यूनियन ने विशेष पहल की है बहुजन असंगठित मजदूर यूनियन के संस्थापक अध्यक्ष चंद्रभान आजाद के नेतृत्व में ऐसे कामगारों के पंजीकरण अभियान चलाने हेतु प्रयास किया जा रहा है इसी क्रम में मुंब्रा स्थित कामगार नाका पर जाकर उन्होंने यहां के महिला और पुरुष बांधकाम कामगारों के साथ बैठक की और उसके पंजीकरण के लिए आवश्यक मार्गदर्शन भी किया |
आपको बता दे कि इन कामगारों को बताया गया कि यदि बांधकाम कामगार बोर्ड में उनका नाम पंजीकृत हो जाता है तो उन्हें आसानी से सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सकता है और मुंब्रा में नाका कामगारों की आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए बहुजन असंगठित मजदूर यूनियन अध्यक्ष चंद्रभान आजाद ने बताया कि नाका कामगारों ने अपने पंजीकरण को लेकर काफी उत्सुकता दिखाई तथा बड़ी संख्या में नाका कामगार मुंब्रा में एकत्र हुए , उन्होंने यूनियन के पदाधिकारियों की बातें भी सुनी एवं यूनियन के जिला पदाधिकारी बाबा भादरगे , हनुमंत लांडगे , कोषाध्यक्ष प्रभाकर जाधव , घरेलू कामगार यूनियन की अध्यक्षा लक्ष्मी छाया पाटिल आदि ने इन कामगारों का मार्गदर्शन किया , साथ ही बताया गया कि उनके पंजीकरण नहीं होने से उनका कितना बड़ा घाटा हो रहा है तथा इस समय पंजीकरण नहीं होने के कारण शासकीय स्तर पर उन्हें किसी भी तरह की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल सकता है एवं यदि इन कामगारों का पंजीकरण हो गया तो विभिन्न योजनाओं का लाभ तो मिलेगा ही साथ ही साथ उनके जीवन में स्थिरता भी आएगी तथा विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लाभ मिलने के बाद वह स्वयं अपने पैरों पर भी खड़े हो सकते हैं इसकी पूरी संभावना है पुरुष और महिला कामगारों को संबोधित करते हुए यूनियन अध्यक्ष चंद्रभान आजाद ने कहा कि अब भी यदि इसी तरह नाका कामगार समय गंवाते रहे तो उन्हें कुछ भी फायदा मिलने वाला नहीं है बांधकाम कामगार बोर्ड में नाम पंजीकृत होने के बाद उनका शोषण भी नहीं किया जा सकता और उन्होंने कई अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां नाका कामगारों को उपलब्ध करवाई साथ ही कहा कि नाका कामगार अब तक जिन लाभकारी योजनाओं से वंचित रहे हैं उनका लाभ उन्हें आगे मिल सकता है नाका कामगारों ने यूनियन की इस पहल के सराहना की और पंजीकरण के प्रति अपनी जागरूकता दिखाई |