नौतनवा के क्रय विक्रय में सरेआम उड़ाई जा रही है सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां

नौतनवा / महाराजगंज |      नौतनवा में कोविड-19 के संक्रमण बढ़ते दिखाई दे रहे है फिर भी नौतनवा के सहकारी समिति मे खाद के वितरण को लेकर सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ाई जा रही है धज्जियां आला अधिकारी पुलिस प्रशासन इसी रास्ते से गुजरते हैं उसके बावजूद भी यहां पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है एक से डेढ़ घंटे जाम में फसे राहगीरों को धूप में काफी संकटों का सामना भी करना पड़ा उसके बावजूद भी दोनों सुरक्षा गार्ड और सहकारी समिति के अधिकारी कोविड – 19 के महामारी को मजाक बनाकर रखे हैं कई घंटे जाम में फसे राहगीर धूप में परेशान होकर रह गए नौतनवा मेन रोड गांधी चौक से आगे जय हिंद चौराहे पर उस समय अफरा – तफरी का माहौल देखने को मिला  |

जब सहकारी समिति पर खाद लेने के चक्कर में किसानों की लंबी लाइन के कारण रोड पर जमा हो गया था जहां पर राहगीरों से लेकर मोटर वाहनों तक के पहिए थम गए थे तथा ऐसे में लोगों को आने जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा बताते चलें कि जहां एक तरफ बीते हफ्ते में शनिवार और रविवार को लाकडाउन की वजह से बंद था तथा आज सोमवार के दिन मार्केट खुला तो लोगों की भीड़ अपने सुविधा के अनुसार सामान आदि खरीदने बाजार की तरफ निकल पड़े ऐसे में खेती बारी के सीजन में किसानों को सरकारी सहकारी समिति नौतनवा मे आज खाद लेने की भीड़ और मच गई जिससे आवागमन काफी देर तक प्रभावित रहा पड़ताल के दौरान देखने को मिला कि जिन दो सुरक्षा गार्डों की जिम्मेदारी सहकारी समिति पर नियंत्रित करने के लिए तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए लगाया गया था वह लोग खुद बगल की पान की गुमटी पर गुटका लेते नजर आए तथा भीड़ में लोग परेशान रहे बड़ी मुश्किल से कुछ जागरूक स्थानीय के सहयोग से आवागमन बहाल हो रहा था तब जाकर दोनों सुरक्षा गार्ड वहां पहुंचे लोग सुचार रूप से अपने – अपने जगह को जाने लगे , सवाल ये उठता है की मेन रोड पर किस तरीके से रास्ता जाम हो जा रहा है और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो पा रहा है जहां कि आए दिन कोविड-19 के मरीजों की संख्या में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है ऐसे में प्रशासन आखिर इस पर गंभीरता से क्यों नहीं निगरानी कर रहा है अपने आप में एक प्रश्न बनता चला जा रहा है और इसी रोड से आला अधिकारियों का आवागमन भी होता है उसके बावजूद भी यहां लगाए गए दो सुरक्षा गार्डों को कोई फर्क नहीं पड़ता नजर आया है   |

रतनपुर से विनय त्रिपाठी की रिपोर्ट