पार्किंग की जगह पर चल रहा अवैध होटल

चंद्रभूषण विश्वकर्मा
ठाणे |  जहां बीजेपी सरकार अपराध को म करने में लगी हुयी है वही ठाणे शहर के कापूरबावड़ी नाके पर पार्किंग के लिए आरक्षित भूखंड पर अवैध कब्जा कर  अवैध होटल और लॉजिंग  धड़ल्ले से चलाया जा रहा है ,  इसी स्थान पर स्पेन्सर  स्पाईस मंत्रा स्वागत बार भी चलाया जा रहा है ।
 ऐसे गंभीर मामले में भी माजिवाडा-मानपाडा प्रभाग समिति के सहायक आायुक्त किसी तरह की कार्रवाई नहीं कर रहे हैं  जबकि स्थानीय स्तर पर पार्किंग की जगह पर हुए अवैध कब्जे को लेकर दर्जनों शिकायतें स्थानीय मनपा प्रशासन से की गई है जानकारी के अनुसार ठाणे मनपा के शहर विकास विभाग के द्वारा तैयार प्लान के तहत कापूरबावड़ी नाका, भिवंडी रोड, लेकसिटी मॉल के सामने  स्पेसर स्पाईस मंत्रा स्वागत रेस्टोरंट और बार शुरू है यह इमारत तल अधिक छह मंजिल की है ।
 इसमें तल मजला और पहले मडले पर  हॉटेल प्रियदर्शनी रेस्टोरंट है जब कि ठाणे मनपा द्वारा इसकी अनुमति नहीं है  रोशन की माने तो इस बिल्डिंग का पहला महला शोरूम और बाकी रेसिडेंसियल के लिए बनाया गया था लेकिन यहां के स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी और स्थानीय नेताओ की मिलीभगत से यह अवैध काम चल रहा है और नियमो की धज्जिया उड़ाई जा रही है |
यहां पार्किंग की सुविधा उपलब्ध नहीं कराकर उस जगह पर होटल मालिक ने टेबल लगा दिए हैं यानी पार्किंग स्थल का होटलवाले निजी उपयोग कर रहे हैं  जबकि यहां पार्किंग सुविधा दी जानी थी लेकिन स्थानीय प्रशासन की उदासीनता का लाभ उठाया जा रहा है जबकि होटल में आनेवाले ग्राहक रोड पर अवैध पार्किंग करने को बाध्य हो रहे हैं ।
 दूसरी ओर इस इमारत का दूसरा मजला से लेकर छठा मजला तक लॉजिंग और बोर्डिंग शुरू है बताया जाता है कि इसे फायर एनओसी भी नहीं है साथ ही लॉजिंग और बोर्डिंग बिना परवाना का चल रहा है इस मामले को लेकर शिकायतकर्ता रोशन डेनियल लसरादो का कहना है कि उन्होंने इस मामले को लेकर ठाणे मनपा के दमकल विभागप्रमुख शशिकांत काले  से भी शिकायत की है ।
लेकिन  उन्होंने कहा कि वे इस ममामले को लेकर माजिवाडा-मानपाडा प्रभाग समिति के सहायक आयुक्त को कार्रवाई करने कई पत्र दिए हैं रोशन का कहना है कि उन्होंने सहायक आयुक्त से दर्जनों बार शिकायत की है लेकिन उनके द्वारा किसी तरह की प्रशासनिक कार्रवाई नहीं की जा रही है ।
 ऐसी आशंका है कि अवैध लॉजिंग, बोर्डिंग और होटल चलाने वाले से प्रभाग समिति अधिकारियों की सांठगांठ है जिस कारण कार्रवाई को लेकर सालों से टालमटोल किया जा रहा है ।