महाराजगंज की द्रौपदी ने दुकान से कराई दो बेटों को इंजीनियरिंग की पढ़ाई 

महाराजगंज / विनय त्रिपाठी |        निचलौल नगर पंचायत के कृष्णानगर की द्रौपदी देवी अपनी मेहनत व धैर्य की बदौलत एक नजीर बन गई हैं एक छोटी सी चाय की दुकान चलाकर अपने दो बेटों की इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कराई , इसके बाद एक बेटे को बीटीसी कराकर परिषदीय विद्यालय में शिक्षक बना दिया , द्रौपदी देवी के पति वेदांती प्रसाद का लंबी बीमारी के बाद सितंबर-2008 में निधन हो गया था , उस समय इनका बड़ा बेटा दीनानाथ दिल्ली एन.सी.आर. के एक निजी कालेज में बीटेक चतुर्थ सेमेस्टर की पढ़ाई कर रहा था , वहीं छोटा बेटा राणा प्रताप बीटेक के तीसरे सेमेस्टर में था , पिता की मौत के बाद परिवार आर्थिक रूप से परेशान हो गया , तंगी के कारण जब दो जून की रोटी व परिवार चलाने का संकट आ गया तो द्रौपदी देवी ने पति की चाय की दुकान संभाल ली , इसी दुकान की कमाई से दोनों बेटों के बीटेक की पढ़ाई पूरी कराई , बड़ा बेटा दिल्ली में एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करने लगा तो छोटे राणा प्रताप ने बीटेक के बाद नौकरी भी की और बाद में बीटीसी की ट्रेनिंग ली , 2018 में उसका चयन परिषदीय शिक्षक के रूप में हो गया , अब द्रौपदी देवी का परिवार खुशहाल हो गया है और हर जरूरतें आसानी से पूरी हो जाती हैं    |

एक नजर द्रौपदी देवी निवासी :- कृष्णानगर

निचलौल पेशा :- चाय दुकान का संचालन

योगदान :- दो बेटों को उच्च शिक्षा दिलाया