मोहम्मद शरीफ को मिला अयोध्या में भूमि पूजन का निमंत्रण

अयोध्या |    उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी अयोध्या में 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का शिलान्यास करेंगे श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की तरफ से भारत के अलावा नेपाल के संतों को निमंत्रण भेजा गया है मेहमानों की सूची में दो नाम बेहद चर्चा में हैं एक नाम बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी का है तो दूसरा नाम मोहम्मद शरीफ का है आपको बता दे की मोहम्मद शरीफ पेशे से साइकिल मिस्त्री है 80 साल के मोहम्मद शरीफ अयोध्या में खिड़की अली बेग मोहल्ले के रहने वाले हैं लोग उन्हें चचा शरीफ कहते हैं बता दे की उन्हें इसी साल स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा था चचा शरीफ अब तक 25 हजार से अधिक लावारिस शवों को उनकी धार्मिक रीति रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार कर चुके हैं वे हर दिन लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए कब्रिस्तान और श्मशान के चक्कर लगाया करते हैं अगर वे किसी कारणवश न पहुंच पाएं तो पुलिस , श्मशान स्थल या कब्रिस्तान के निगरानीकर्ता उन्हें सूचित कर देते हैं बता दे की इस काम का पूरा खर्च वह स्वयं उठाते है  |
आपको बता दे की उन्होंने अपना यह काम 28 साल पहले शुरू किया चचा शरीफ के अनुसार उनके चार बेटों में से दो की मौत हो चुकी है बता दे की उनमें एक मोहम्मद रईस भी थे वह केमिस्ट था किसी काम के सिलसिले में वह 28 साल पहले सुल्तानपुर गया था वहीं से वह लापता हो गया यह वह दौर था जब अयोध्या में विवादित ढांचा गिरा दिया गया था जगह – जगह सांप्रदायिक दंगे फैल रहे थे करीब एक माह बाद पता चला कि उसका शव रेल पटरी पर पड़ा था वह भी दंगे की भेंट चढ़ गया था आपको बता दे की यह एक ऐसी घटना थी जिसने मोहम्मद शरीफ के जीवन को नया बदलाव दिया उनके बेटे के शव को लावारिस समझकर अंतिम संस्कार हुआ था इसके बाद से चचा शरीफ ने जिले में लावारिस शवों के अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी उठा ली उन्होंने आर्थिक तंगी झेलते हुए भी यह काम जारी रखा है बता दे की लोग उन्हें इस काम के लिए चंदा भी देते हैं मोहम्मद शरीफ का कहना हैं कि मैंने कभी हिंदू – मुस्लिम या किसी भी धर्म में भेद नहीं किया इसलिए राम मंदिर के भूमि पूजन में शामिल होने से कोई परहेज नहीं है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझ जैसे शख्स को पद्मश्री के लिए चयनित किया यह मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान है अब पी.एम. मोदी अयोध्या आ रहे हैं तो मेरी उनसे मिलने की तमन्ना है   |