शिवाजी अस्पताल में मरीज हो रहे हैं बेहाल

रोगियों का नहीं हो रहा है सोनोग्राफी

 मुंबई के अस्पतालों में रिफर किए जा रहे है 

ठाणे :-  ठाणे मनपा द्वारा कलवा में संचालित शिवाजी अस्पताल एक बार फिर विवादों में आ गया है। मनपा के नगरसेवकों ने अस्पताल की कुव्यवस्था को लेकर स्थायी समिति में भी आवाज बुलंद की थी । बताया जा रहा है कि अस्पताल आनेवाले मरीजों को सोनोग्राफी तक की सुविधा नहीं मिल पा रही है  इतना ही नहीं मामूली रोगियों को भी मुंबई के अस्पतालों में रिफर किया जा रहा  है । शिवसेना नगरसेवक संजय भोईर ने इस मामले का पर्दाफाश करते हुए स्थायी समिति की बैठक में भी आवाज उठाई थी।
इतना ही नहीं रोगियों से बांड लिखवा कर लिया जा रहा है। इसके बाद ही उपचार किया जा रहा है।
कलवा के शिवाजी अस्पतााल में ठाणे शहर ही नहीं अन्य उपनगरों के साथ ही ग्रामीण भागों से भी रोगी अपना इलाज करवाने आते हैं। संजय भोईर का आरोप है कि रोगियों का समुचित उपचार नहीं किया जाता है। गरीब रोगियों का सोनोग्राफी तक अस्पताल में नहीं किया जाता है।
उक्त आरोप  को लेकर मनपा के वैद्यकीय अधिकारी डॉ. आर. टी. केंद्रे को भी घेरा गया था। जबकि कलवा अस्पताल के डीन डॉ. खडसे का कहना था कि दो सोनोग्राफी मशीन खराब है। नई मशीनें मंगाई गई हैं। जो जल्द ही काम करना शुरू कर देगा।
कलवा अस्पताल में डॉक्टर मरीजों के साथ ही उसके संबंधियों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते हैं। यदि कोई नगरसेवक भी किसी रोगी को लेकर सेवारत डॉक्टर से बात करना चाहता है तो वे बात नहीं करते हैं। स्वयं नगरसेवक संजय भोईर ने इस बात का खुलासा किया। उनका कहना था कि कलवा अस्पताल में कोई भी डॉक्टर अपने नेम प्लेट नहीं लगाते हैं। जबकि ड्यूटी के दौरान नेम प्लेट लगाना अनिवार्य है।
इस मामले को लेकर कलवा अस्पताल के डीन डॉ. खडसे का कहना है कि वे इस मामले को गंभीरता से ले रही है। रोगियों से जुड़ी शिकायतो  के समाधान किया जाएगा। इतना ही नहीं जल्द से जल्द अस्पताल में सोनोग्राफी मशीन उपलब्ध कराया जाएगा ।