सामान्य वर्ग के सवर्ण गरीबों के हित का निर्णय-विश्वास पाठक

मोदी सरकार के निर्णय को बताया क्रन्तिकारी कदम
वरिष्ठ संवाददाता
ठाणे |  सवर्णों को दिए गए 10 फीसदी आरक्षण को लेकर अब भाजपा ने चुनाव पूर्व ही इसे भुनाना शुरू कर दिया है. इस संदर्भ में मंगलवार को ठाणे भाजपा मध्यवर्ती कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश प्रवक्ता विश्वास पाठक ने इसे एक क्रांतिकारक निर्णय बताते हुए कहा कि इससा न सिर्फ गरीब सवर्णों को लाभ मिलेगा बल्कि उनकी दशा और दिशा भी बदलेगी और वे आर्थिक रूप से सबल होंगे. इस मौके पर ठाणे भाजपा अध्यक्ष संदीप लेले और ठाणे के महासचिव सागर बढ़े भी मौजूद थे |
     आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सामान्य श्रेणी में आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के लिए नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में 10 प्रतिशत आरक्षण को सोमवार को मंजूरी दी थी.  सूत्रों के अनुसार, यह कोटा मौजूदा 50 प्रतिशत आरक्षण से अलग होगा. सामान्य वर्ग को अभी आरक्षण हासिल नहीं है, समझा जाता है |
कि यह आरक्षण आर्थिक रूप से पिछड़े ऐसे गरीब लोगों को दिया जाएगा, जिन्हें अभी आरक्षण का फायदा नहीं मिल रहा है, आरक्षण का लाभ उन्हें मिलने की उम्मीद है जिनकी वार्षिक आय आठ लाख रूपये से कम होगी और 5 एकड़ तक जमीन होगी |
मोदी सरकार के इस फैसले का ज्यादातर विपक्षी दलों ने स्वागत किया है जिसमें मुख्य रूप से बसपा सुप्रीमों मायावती भी शामिल है, ऐसे में अब इसे भुनाने में भाजपा भी लग गई है. सवर्णों को आरक्षण को लेकर जिला स्तर पर संवाददाता सम्मेलन का आयोजन कर भाजपा इसकी जानकारी आम जनता तक पहुचाने में जुट गई है |
इस संदर्भ में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विश्वास पाठक ने कहा कि मोदी सरकार के इस निर्णय से हिन्दू, मुस्लिम, क्रिश्चन, सिख और जैन सभी धर्म के सवर्णों को लाभ मिलने वाला है. क्योंकि इन धर्मों के सवर्ण अब सरकारी नौकरी के साथ शिक्षा में आरक्षण के हक़दार होंगे |
मोदी सरकार ने किसी भी जाती और धर्म के साथ भेदभाव न करते हुए इस प्रकार का निर्णय लेकर दिखा दिया है कि भाजपा “सबका साथ, सबका विकास” के नारे को किस प्रकार जमीनी स्तर पर लाकर उसे लागु भी कर सकती है |
साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार के इस निर्णय का अनुसूचित जाती के महत्वपूर्ण नेता राम विलास पासवान और रामदास आठवले ने भी स्वागत किया है |