डॉ. अर्चना पवार बनी मेडिक्वीन मिसेस
ठाणे | ठाणे सिविल अस्पताल में सेवारत महिला चिकित्सक डॉ. अर्चना पवार को पुणे में आयोजित मेडिक्वीन मिसेस महाराष्ट्र 2021 के सौंदर्य स्पर्धा में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है डॉक्टर पवार दंत चिकित्सक के तौर पर ठाणे सिविल अस्पताल में सेवारत हैं आयोजित सौंदर्य प्रतियोगिता में उन्होंने भाग लेकर जो उपलब्धि हासिल की है उसकी सार्वजनिक तौर पर प्रशंसा की जा रही है और कोरोना संक्रमित रोगियों की सेवा में व्यस्त रहने वाली महिला चिकित्सक डॉक्टर अर्चना पवार का सेवाभावी व्यवहार सदैव चर्चा में रहा है और उनकी पहली प्राथमिकता सदैव रोगियों की सेवा करना रही है तथा कोरोना संकट के बीच भी वह रोगियों के देखभाल काम में व्यस्त रहीं , इन व्यस्तताओं के बीच भी उसने समय निकालकर सौंदर्य प्रतियोगिता की तैयारी की और दूसरा स्थान प्राप्त किया एवं अर्चना पवार की इस उपलब्धि के लिए ठाणेकर उन्हें बधाई दे रहे हैं विदित हो कि डॉ. अर्चना पवार ठाणे जिले के शल्य चिकित्सक डॉ. कैलाश पवार की धर्मपत्नी है अपनी इस उपलब्धि पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए डॉ. अर्चना पवार ने कहां कि शारीरिक स्वच्छता को लेकर वह शुरू से ही सतर्क रही हैं ऐसी बात नहीं है कि सौंदर्य प्रतियोगिता के मद्देनजर ही उन्होंने अपनी शारीरिक फिटनेस पर ध्यान दिया था , वह शुरुआती जीवन से ही इसको लेकर काफी सतर्क रही है और विद्यार्थी जीवन में रहते हुए भी उन्होंने व्यायाम आदि को महत्व दिया है इतना ही नहीं विद्यार्थी जीवन में भी पढ़ाई की व्यस्तता के बाद भी वह व्यायाम आदि कामों के लिए समय निकाल लेती थी , वह रुटीन दंत चिकित्सक बनने के बाद भी जारी है |
सबसे अहम बात यह है कि उन्हें अपने हर निजी काम में पति डॉ. कैलाश पवार और दोनों बेटों का सहयोग और समर्थन मिलता रहा है इसके साथ ही वह सामाजिक या सेवाभावी कार्यों में भी सदैव रुचि लेती रही है अपनी इस उपलब्धि के लिए उन्होंने अपने परिवारिक सदस्यों को प्रेरणा स्रोत बनाया , साथ ही कहा कि वे आगे भी अपने शारीरिक स्वास्थ्य को लेकर पूरी तरह सतर्क रहेंगी , दो बेटों की मां अर्चना पवार अपनी फिटनेस के लिए भी चर्चित रही हैं इस कार्य में उन्हें अपने पति और बेटों का भी नियमित सहयोग मिलता रहा है और डॉ. अर्चना पवार व्यायाम और योग नियमित तौर पर करती हैं कितनी भी व्यस्तता हो इसके बाद भी वे इन कामों के लिए समय निकाल ही लेती है दूसरी ओर कोरोना संकट के बीच सरकारी सेवारत चिकित्सकों को सांस लेने का भी समय नहीं मिलता है इसके बाद भी नियमित रोगियों की सेवा डॉ. अर्चना पवार करती रही है इन व्यस्तताओं के बीच जब भी समय मिला उन्होंने अपने स्वास्थ्य को लेकर कुछ ना कुछ शारीरिक व्यायाम नियमित तौर पर करती रहती है उनका कहना है कि शारीरिक व्यायाम शरीर के लिए काफी उपयोगी होता है यदि कोई व्यक्ति नियमित तौर पर रोजाना व्यायाम और योग करें तो उन्हें कई तरह के रोगों से मुक्ति मिलती है साथ ही ऐसा करने से मानसिक तनाव कभी भी उन्हें परेशान नहीं कर सकता है डॉ. अर्चना पंवार ने बताया कि शारीरिक व्यायाम और योग के महत्व को वह अपने बेटे को भी बताती रही हैं जिस कारण उनके परिवार में सभी सदस्य शारीरिक स्वस्थता पर विशेष निजी नजर रखते हैं और नियमित तौर पर उसका अनुपालन भी करते हैं |