2 महिला वैज्ञानिकों को जेनेटिक सीजर की खोज के लिए मिलेगा रसायन का नोबेल पुरस्कार 

स्टॉकहोम |      स्वीडन की नोबेल कमेटी ने बुधवार को दो महिला वैज्ञानिकों को रसायन का नोबल पुरस्कार देने का एलान किया है जिनका नाम फ्रांसीसी मूल की प्रोफेसर इमैनुएल कारपेंतिए और जेनिफर डौडना ( अमेरिका ) को रसायन का नोबेल पुरस्कार देने का ऐलान किया है आपको बता दे कि इन दोनों वैज्ञानिकों ने जेनेटिक सीजर की अहम खोज की है इसके जरिए जानवरों , पौधों , माइक्रोऑर्गेनिज्म के डी.एन.ए. में बदलाव कर गंभीर रोगों का इलाज संभव हो सकेगा और 5 अक्टूबर को मेडिसिन और 6 अक्टूबर को फिजिक्स के नोबेल अवॉर्ड का ऐलान हो चुका है

आपको बता दे कि कारपेंतिए और डौडना ने जीन टेक्नोलॉजी के लिए अहम टूल CRISPR / Cas9 विकसित किया है इसे जेनेटिक सीजर्स नाम दिया गया है इससे जानवरों , पौधों और सूक्ष्म जीवों तक के डी.एन.ए. में बदलाव किए जा सकेंगे इससे कैंसर समेत कई गंभीर और आनुवांशिक बीमारियों का इलाज भी हो सकेगा और बता दे कि कारपेंतिए बर्लिन स्थित मैक्स प्लांक यूनिट फॉर साइंस ऑफ पेथोजंस की डायरेक्टर और डौडना यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में कार्यरत हैं और आपको बता दे कि नोबेल के इतिहास में मैरी क्यूरी अकेली ऐसी वैज्ञानिक हैं जिन्होंने 2 बार अलग – अलग विषयों के लिए अवॉर्ड हासिल किया था और 1903 में मैरी को उनके पति पियरे क्यूरी और हेनरी बैक्वेरल के साथ रेडियो एक्टिविटी (भौतिकी) के लिए अवॉर्ड मिला एवं 1911 में रेडियम की खोज के लिए रसायन विषय में पुरस्कार मिला     |