60 से 70 परिवारों के पास अभी भी शौचालय नही है 

महाराजगंज / पंकज माणि त्रिपाठी |        भले ही जिला प्रशासन और ब्लाक यह बता रहे है कि गाँवों में शौचालय निर्माण लगभग पूरे हो चुके हैं लेकिन हकीकत इससे कुछ अलग है मछलीगाँव ग्राम सभा के आधे अधूरे पड़े शौचालय जिला प्रशासन के इन दावों की पोल खोल रहे हैं इस ग्राम सभा मे स्थिति कुछ और ही है और मौके पर स्पष्ट देखा जा सकता है कि कहीं शौचालय आधा अधूरा बनकर पड़ा है कहीं दरवाजा ही नहीं लगा है कई लोगों का बिल्कुल भी नहीं बना है जिससे लोग खुले में शौच के लिए मजबूर हैं और कई ऐसे भी लोग हैं जो पहली किस्त 6000 की पा चुके हैं परंतु उन्हे दूसरी किस्त का भुगतान नहीं किया जा रहा है जबकि उनका शौचालय पिछले 6 महीने से उपयोग में भी है और कई ऐसे भी देखे गए जो 12000/- ले लिए हैं परंतु निर्माण आधा अधूरा छोड़ कर उसमें लकड़ी , बोरा और बालू आदि सामान रखते हैं कचेर टोले की अगर बात की जाय तो यहाँ पर शौचालयों का गड्ढा जोडवाकर लोग पहली किश्त की भुगतान के लिए सेक्रेटरी और ग्राम प्रधान के पास जाकर थक चुके हैं और मन मारकर बैठ गये , यहाँ पर तैनात सेक्रेटरी की उदासीनता का ही नतीजा है कि अब तक शौचालय का निर्माण कार्य पूर्ण नही हो पा रहा है और जो सेक्रेटरी इससे पूर्व मे तैनात थे वो महोदय तो और ही महान थे जो कि हर बात मे लोगों को नियम और कानून का पाठ पढाने लगते थे जब लोग उनसे शौचालय बनवाने के लिए मानक पूछने जाते थे , जहां एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी का कहना है कि पूरे भारत को स्वच्छ बनाना है वहीं प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छ भारत मिशन को कुछ अधिकारियों की लापरवाही और मनमानी कार्यप्रणाली की वजह से प्रधानमंत्री के सपनों को पलीता लग रहा है      |