ठाणे जैन मंदिर में भगवान महावीर जन्म वाचन

ठाणे |     कोंकण शत्रुंजय तीर्थ चातुर्मास में विराजमान प.पू.आ सागरचंद्रसागर म.सा प्रवचनकार पद्मयशसागर साध्वीवर्या रत्नशीला म.सा.व लब्धि विक्रमसूरी समुदाय की साध्वी संभवयशाश्रीजी आदि ठाणा की पावन निश्रा में पयुर्षण पर्व दरम्यान महावीर स्वामी जन्म कल्याण महोत्सव मनाया गया इस अवसर पर मुनिराजश्री ने बताया कि महावीर स्वामी ज्योतिष में परमोच्च थे जो कोई व्यक्ति के श्रेणी ग्रह उच्च होते हैं वह राजा बनता है पांच ग्रह उच्च हो तो वासुदेव , छः ग्रह उच्च हो तो चक्री तथा सात ग्रह उच्च हो तो तीर्थकर बनता है चंद्र वृषभ 3अंश मंगल मकर 28 अंश बुध कन्या 15 अंश गुरु कर्क 5 अंश शुक्र मीन 25 अंश शनि तुला 20 अंश तथा 14 स्वपन के साथ त्रिशला माता सिद्धार्थ राजा के घर में चैत्रसुदी 13 को एक पुत्र रत्न को जन्म दिया जो महावीर स्वामी भगवान बने जिसका जन्म वाचन पयुर्षण पर्व दरम्यान मनाया जाता है इस अवसर पर भगवान महावीर स्वामी पालना का चढ़ावा शा. राजेश कुमार मुलचंड सुदेशा मुथा परिवार (बागोल) वालों ने लिया इस आयोजित कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंस नियम का पालन करते हुए संघ व ट्रस्ट मंडल की उपस्तिथि में संपन्न हुआ   |