प्रधानमंत्री आवास योजना में ग्राम प्रधान और पंचायत कर्मी द्वारा अपार धन उगाही 

महाराजगंज / पंकज माणि त्रिपाठी |       सदर तहसील क्षेत्र अंतर्गत पनियरा ब्लाक के गांव जंगल जरलहा उर्फ सूचितपुर बघौना में ग्राम प्रधान गंगा पासवान द्वारा पीएम आवास योजना के लाभार्थियों से अपार धन उगाही करने का मामला सामने आया है इन लाभार्थियों को पीएम आवास की पहली किस्त के रूप में मिलने वाले 40000/- में से ग्राम प्रधान ने बहुत सारा झोलझाल करके इनके खातों से संपूर्ण धनराशि निकलवा कर स्वयं ले लिया है और इन लोगों को यह बरगलाया कि आप लोगों को सामान मैं दिलवा दूंगा जबकि 40000 में से 5000 हर आदमी से खर्च के नाम पर स्वयं लिया और 1000 इन लाभार्थियों के खातों में अभी भी पड़ा हुआ है और बाकी रुपए देने या सामान दिलाने में कार्यकाल समाप्त हो जाने का हवाला देकर पल्ला झाड़ लिया है जब मीडिया कर्मी गांव में हकीकत जानने के लिए पहुंचे तो कुछ इस प्रकार मामला सामने आया ज्ञानमती पत्नी रामहित से 5000/- , बरसाती पत्नी रामदास मौर्य से 5000/- , प्रहलाद से 5000/- , दुर्गावती से 5000/- और बीकू एक ऐसा लाभार्थी मिला जो 40,000 संपूर्ण रुपया ग्राम प्रधान निकलवा कर ले लिए हैं और सिर्फ एक ट्राली ईंट देकर उसे रोज अपने पीछे पीछे दौड़ा रहे हैं और बाकी पैसे के बारे में जब वह पूछता है तो कहते हैं तुम क्या करोगे पैसा मैं तुम्हारा घर बनवा दूंगा , वही ऊषा पत्नी हरीश चंद से भी 5000/- ले लिया गया है और मजे की बात यह है कि इन लाभार्थियों के पासबुक तक अपने पास ग्राम प्रधान द्वारा रख लिया गया है कई और भी ऐसे पीड़ित लाभार्थी हैं जो इस तरह से शोषित और पीड़ित हैं वहीं दूसरी ओर अगर ध्यान से निरीक्षण किया जाए तो कई ऐसे लोग भी उस गांव में मिले जो झोपड़ी में निवास करते हैं और ग्राम प्रधान और पंचायत कर्मी को 5000/- नही दे पाने की वजह से उन्हें आवास सूची में जगह नहीं मिल पा रही है इस ग्राम सभा में तैनात पंचायत कर्मी के रूप में गिरजा शंकर का हर लाभार्थी को मनरेगा के अंतर्गत मिलने वाली राशि 2800 मजदूरी में से 1000 हर हाल में उसे देने की बात कही जा रही है ऐसे में यह पीड़ित कहां जाएं ? इनकी कौन सुनेगा ? कौन इनका पालनहार होगा ? आखिर इनका भविष्य कब उज्जवल होगा , आखिर इनका आशियाना कैसे बन पायेगा ? इन सभी प्रश्नों के जवाब का इन्तजार कब तक करना होगा ? एक तरफ हमारे देश के प्रधानमंत्री और सूबे के मुख्यमंत्री दिन रात ऐसे लोगों को छत मुहैया कराने के लिए दिन रात तत्पर हैं जिन्हें अब तक आवास नहीं उपलब्ध हो सका था परंतु कुछ भ्रष्ट प्रधान और अधिकारियों द्वारा इन योजनाओं को फलीभूत होने से बाधित किया जा रहा है       |