बीएसयूपी विभाग के आशीर्वाद से बनी घटिया दर्जे की इमारत

ठाणे ।  ठाणे महानगरपालिका आयुक्त अभिजीत बांगर को मनसे के पदाधिकारी संतोष निगम ने निवेदन देकर मांग की है कि बीएसयूपी योजना के तहत ठाणे शहर के धर्मवीर नगर में जो इमारत बनाई गई है उसका काम घटिया दर्जे का है वही इमारत के कई कमरे किराए पर भी दिए गए हैं लेकिन उसके खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं हुई है निकम ने मांग की है कि बीएसयूपी  योजना के तहत बनी इस इमारत का स्ट्रक्चरल ऑडिट करवाया जाए संतोष निकम ने बताया कि बीएसयुपी विभाग को बनाई गई इमारत के संदर्भ में जानकारी और शिकायतें दी गई लेकिन आज तक उस पर किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं हुई है , बीएसयुपी विभाग के कार्यकारी अभियंता मोहन कलाल ने सार्वजनिक बांधकाम विभाग ठा.म.पा. की ओर से इस संदर्भ में बहुत देरी के बाद नोटिस दिया गया है जबकि इसके पहले अनेक सोसाइटी राजनीतिक दलों और सामाजिक कार्यकर्ता बीएसयुपी इमारतों के निर्माण में हुई गड़बड़ी व अन्य मुद्दों को लेकर बी.एस.यु.पी. विभाग से लगातार शिकायतें की गई थी लेकिन उस पर किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं हुई अब जाकर सिर्फ खानापूर्ति के नाम पर नोटिस निकाला जाना कोई चमत्कारी एक्शन नहीं है ।

नगर अभियंता को चाहिए कि वह इस मामले में सार्वजनिक खुलासा करें इसके साथ ही बीएसयुपी विभाग की ओर से धर्मवीर नगर में फेज 1 के अंतर्गत बनी इमारतों में कई कमरे किराए पर दे दिए गए हैं इन बातों का जिक्र करते हुए संतोष निकम ने कहा कि अनेकों बार नगर अभियंता और अतिरिक्त आयुक्त 2 को इस बारे में लिखित तौर पर अवगत कराया लेकिन किराए पर दिए गए कमरे को लेकर किसी भी तरह का खुलासा नहीं हुआ क्योंकि अधिकारियों को किराए के कमरे से पैसे आ रहे थे लेकिन अब पैसा आना एकाएक बंद हो जाने के कारण नोटिस जारी किया गया है निकम का कहना है कि दिया गया नोटिस पूरी तरह भ्रमित करने वाला है ।

उनका यहां तक कहना है कि पहले नगर अभियंता और अतिरिक्त आयुक्त 2 को बीएसयुपी के तहत बनी इमारतों के बांधकाम को लेकर स्ट्रक्चरल ऑडिट करवाना चाहिए क्योंकि बांधकाम घटिया दर्जे का है इन सवालों का जवाब नगर अभियंता और अतिरिक्त आयुक्त 2 देना चाहिए निकम ने बताया कि इसके पहले भी धर्मवीर नगर में बीएसयूपी विभाग की ओर से बनाई गई इमारत का स्लैब गिरा था जिसे दबाने की हर संभव कोशिश ठाणे मनपा के अधिकारियों ने की ।