मंजू सराठे राष्ट्रीय शिक्षक रत्न पुरस्कार से सम्मानित

शिर्डी ।   दिनांक 17 नवंबर को 12 में अखिल भारतीय प्रतिभा सम्मेलन 2019 साईं बाबा की पवित्र भूमि शिर्डी में साईं नीम ट्री फाइव स्टार होटल के बैंकट हॉल में संपन्न हुआ , इस अवसर पर समाज के लिए एवं अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले प्रतिभाशाली लोगों को विविध राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार से सम्मानित किया गया  ।

इस अवसर पर बृहन्मुंबई महानगरपालिका कामराज नगर हिंदी शाला ,घाटकोपर की परिश्रमी व विद्यार्थी प्रेमी महापौर पुरस्कृतआदर्श शिक्षिका श्रीमती मंजू बृजमोहन सराठे को लेफ्टिनेंट जनरल श्री गुरमीत सिंह (भारतीय सेना के पूर्व सेनापति )तथा पद्मश्री डॉ श्री विजय कुमार शाह के कर कमलों से *राष्ट्रीय शिक्षक रत्न पुरस्कार* से सम्मानित किया गया   ।

इस अवसर पर उन्हें मोमेंटो प्रमाण पत्र व पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया गया , इस सम्मेलन के अध्यक्ष माननीय श्री राम गायकवाड (सुप्रसिद्ध अभिनेता व गीतकार) रहे , मा.फरझाना म.इकबाल डांगे (सदस्य महाराष्ट्र राज्य साहित्य व संस्कृति मंडल महाराष्ट्र शासन) योग माता वंदनीय राजेश्वरी देसाई ,अहमदाबाद श्री राजीव जैन्थ (कुलसचिव भारती प्रौद्योगिक संस्थान हरिद्वार उत्तराखंड) लॉ. श्री वसंतराव धाडवे (सामाजिक एकता मिशन, नई दिल्ली) इत्यादि मान्यवर विशेष रूप से उपस्थित रहे   ।

साथ ही मिसेज विद्या घारे (मिसेज हेरिटेज अंतरराष्ट्रीय ,सिंगापुर -2019) मिसेज मृणाल गायकवाड (मिसेज हेरिटेज इंटरनेशनल कोलंबो -2017) उपस्थित रही प्रमुख अतिथियों में डॉक्टर श्री रोहिदास वाघमारे, डॉक्टर श्री अनिल राज जगदाले ,डॉक्टर सुनील चव्हाण उपस्थित रहे , इस संमेलन में पुरस्कार वितरण के साथ-साथ कवी संमेलन तथा पुस्तक प्रकाशन भी संपन्न हुआ   ।

पुरस्कार से प्रेरणा मिलती है और प्रेरणा से समाज तथा देश की उन्नति होती है , इस सम्मेलन में मान्यवरों के मार्गदर्शन युक्त भाषण ने सभी को प्रेरणा से ओतप्रोत भर मंत्रमुग्ध कर दिया , मा. जनरल श्री गुरमीत सिंग के भाषण ने सुभाष चंद्र बोस, महाराणा प्रताप सिंह एवं शिवाजी महाराज के महानतम गुणों की पुनः सभी को याद दिलाई , लेफ्टिनेंट जनरल श्री गुरमीत सिंह के जय हिंद के नारे से समस्त सभागृह एवं परिसर गूंज उठा इस सम्मेलन का उत्तम आयोजन मा. श्री क्रांति महाजन (एडिटर वर्ल्ड सेवेन वंडर्स पब्लिकेशन) द्वारा किया गया था , इस प्रतिभा सम्मेलन से जागतिक प्रतिभा शक्ति के एकत्रीकरण का महासंकल्प पूर्ण होता नजर आया।