शिवाजी अस्पताल में डॉक्टरों की कमी बनी रोगियों के लिए गंभीर समस्या

ठाणे । ठाणे मनपा संचालित कलवा स्थित छत्रपति शिवाजी अस्पताल गरीब रोगियों के लिए वरदान रहा है , समय के साथ यहां आनेवाले रोगियों की संखया लगातार बढ़ रही है , लेकिन डॉक्टरों की कमी के कारण रोगियों के इलाज में व्यवधान होता रहा है |
 इसी क्रम में की शिवाजी अस्पताल मं कार्यरत चिकित्सकों को नागरिकों के गुस्से का शिकार भी होना पड़ा है, स्थानीय स्तर पर इस अस्पताल में निवासी डॉक्टरों की संखया बढ़ाने की मांग होती रही, लेकिन इस पर मनपा में सत्तासीन पक्ष तथा मनपा प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया , इन बातों का जिक्र करते हुए महाराष्ट्र मुस्लिम पुरोगामी संगठना के अध्यक्ष आसद चाऊस का कहना है , कि शिवाजी अस्पताल केवळ ठाणे शहर के लिए ही नहीं बल्कि ठाणे और पालघर जिले के शहरी भागों के साथ ही ग्रामीण, आदिवासी तथा अतिदुर्गम भागों के रोगियों के लिए वरदान रहा है ।
 इस स्थिति को देखते हुए कलवा स्थित शिवाजी अस्पताल में निवासी डॉक्टरों की संखया बढ़ाए जाने की आवश्यकता है, चााऊस का कहना है कि भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद ने भी इस बात की पुष्टि की है कि शिवाजी अस्पताल तथा राजीव गांधी मेडिकल कॉलेज में ३५ प्रतिशत निवासी डॉक्टरों की कमी है , इसके बाद मनपा प्रशासन अब डॉक्टरों की नियुक्ति के लिए प्रक्रिया शुरू करने जा रहा है ।
इस समय रोजाना कलवा स्थित शिवाजी अस्पताल में बाह्य ओपीडी में रोजाना १५०० रोगी इलाज करवाने आते हैं , रोगियों की संखया को देखते हुए सहज अंदाज लगाया जा सकता है कि यहां डॉक्टरोंकी संखया बढ़ाए जाने की आवश्यकता है |
 शिवाजी अस्पताल में रोजाना ३५ सर्जिकल ऑपरेशन किया जा रहा है , स्थिति ऐसी है कि शिवाजी अस्पताल में साल भर में कम से कम सवा चार लाख रोगी आते हैं , वर्ष भर में ११ हाजर से अधिक ऑपरेशन होता है , यदि इस अस्पताल में डाक्टरों की संखया बढ़ाई जाए तो सर्जिकल ऑपरेशन का ग्राफ बढ़ सकता है , रोगियों को गंभीर सर्जिकल ऑपरेशन के लिए मुंबई की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी ।
कई सालो से स्थानीय स्तर पर मांग होती रही है कि कलवा स्थित शिवाजी अस्पताल में निवासी डॉक्टरों की संखया बढ़ाने के साथ आधुनिक चिकित्सा उपकरण उपलब्ध कराया जाए , लेकिन मनपा प्रशासन ने इस मामले को कभी भी गंभीरता से नहीं लिया , जिस कारण चिकित्सा में कमी के कारण कई बार रोगियों के सगे-संबंधी अस्पताल परिसर में हुड़दग भी मचाते रहे हैं , इतना ही नहीं कई बार डॉक्टरों की पिटाई तक रोगियों के सगे-संबंधियों ने की है ।
इस बीच जब भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद ने कलवा स्थित शिवाजी अस्पताल तथा राजीव गांधी मेडिकल कॉलेज का दौरा किया तो पाया गया कि यहां ३५ प्रतिशत निवासी डॉक्टरों की कमी है , परिषद की रिपोर्ट जाहिर होने के बाद मनपा प्रशासन की नींद खुली है , कहा जा रहा है कि मनपा प्रशासन ने शिवाजी अस्पताल तथा राजीव गांधी मेडिकल कॉलेज के लिए ७७ निवासी डाॉक्टरों की नियुक्ति का निर्णय लिया है  इन बातों का जिक्र करते हुए महाराष्ट्र मुस्मिल पुरोगामी संगठना के अध्यक्ष आसद चाऊस का कहना है कि भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद की पहल के कारण शिवाजी अस्पताल में डॉक्टरों की संखया बढऩे जा रही है , इससे गरीब मरीजों को अधिक फायदा होगा ।