उपेक्षा का शिकार सिकन्दरापुर गांव , आवास-शौचालय के नाम पर सिर्फ धन उगाही

बलिया |      सरकार की योजनाएं जमीन पर कितनी कारगर हैं उसकी एक नजीर जिले के विकासखंड नगरा का ग्राम सभा सिकन्दरापुर है यह गांव आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है ग्रामीणों ने इसकी शिकायत संबंधित अधिकारियों से बार – बार की लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण आज भी ग्रामीणों की स्थिति दयनीय बनी हुई है ग्रामीणों का आरोप है कि आवास और शौचालय के नाम पर सिर्फ प्रधान धन उगाही कर रहा है उपेक्षा का शिकार सिकन्दरापुर गांव जिले के विकासखंड नगरा के ग्राम सभा सिकन्दरापुर के लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान पर आरोप लगाते हुए कहा कि ग्राम प्रधान के लोगों से धन उगाही करते हैं , ग्रामीणों ने बताया कि गांव के विकास के लिए जो भी पैसा सरकार की तरफ से आता है उसे ग्राम प्रधान किसी न किसी मद में निकाल लेते हैं लेकिन वो काम होता नही है ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान पर आरोप लगाते हुए यह भी बताया कि शौचालय के मद में ग्रामीणों के नाम से आया पैसा भी धमकी देकर निकलवा लिया गया इससे आज भी शौचालय नहीं मिल पाया है इतना ही नहीं ग्रामीणों ने आवास के नाम पर दो – दो सौ रुपया रजिस्ट्रेशन ने नाम पर वसूली का आरोप भी ग्राम प्रधान पर लगाया है ग्रामीणों ने बताया कि इसके बावजूद हमें आज भी आवास मुहैया नहीं कराया गया , इससे हम आज भी खुले आसमान के नीचे रहने को विवश हैं उन्होंने कहा कि ज्यादातर लोगों को करोना काल में जॉब कार्ड तक नहीं उपलब्ध कराया गया उन्होंने कहा कि सिर्फ दस्तावेजों में आवास और शौचालय आवंटित किये गए हैं यहां तक की पूर्व प्रधान के कार्यकाल में बने सड़क नाली इत्यादि काम को दिखाकर पुनः दोबारा पैसे इस प्रधान ने उतारे हैं इस संबंध में जब हमारी न्यूज टीम ने ग्राम प्रधान से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कुछ भी कहने से मना कर दिया , वहीं खंड विकास अधिकारी नगरा ने बताया कि शिकायत प्राप्त हुई है जांच कर दोषियों के विरुद्ध उचित कार्रवाई की जाएगी अब देखना यह है कि क्या भ्रष्ट प्रधान पर कोई कार्रवाई होती है या होती है सिर्फ लीपापोती     |

रिपोर्ट : उमाकांत विश्वकर्मा