टोरंटो कंपनी के खिलाफ अपनी जान देने को तैयार हैं विधायक आव्हाड

सर्वपक्षीय विरोध मोर्चे में विधायक आव्हाड की राज्य सरकार को ललकार 
ठाणे ।  मुंब्रा, कौसा, कलवा, दिवा और शिल  के साथ ही अन्य की परिसरों में  बिजली बिल की वसूली के लिए 26 जनवरी से एल ओ ई राज्य के उर्जा विभाग ने टोरेंट कंपनी को दिया है , साथ ही इन परिसरों में बिजली आपूर्ति के निजीकरण के संदर्भ में भी करार किया गया है ।
इसके  विरोध में कलवा, खारीगांव, पारसिकनगर, मुंब्रा, दिवा, शिल, देसाई और दातिवली परिसरों में शनिवार को लोगों ने अपनी दुकाने व् व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रखे , लेकिन टोरंट कंपनी के खिलाफ ठाणे के पारसिक नगर से जिलाधिकारी कार्यालय तक सर्वदलीय विरोध मोर्चा निकाला गया ।
मोर्चा का नेतृत्व सर्वपक्षीय समन्वय समिति के समन्वयक दशरथ पाटाील ने किया , इसी दौरान राकांपा विधायक जितेंद्र आव्हाड ने खुली चेतावनी दी है कि टोरंट कंपनी को ठाणे में प्रवेश से रोकने यदि उनकी जान भी चली जाती है तो भी वे पीछे नहीं हटेंगे ।
पारसिकनगर 90 फूट रोड से विरोध मोर्चा निकलकर टोरेंट कंपनी और सरकार के विरुद्ध घोशानाबाजी करते हुए मोर्चा जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा , वहां एक छोटी सभा भी हुई , इसके बाद मोर्चे का एक शिष्टमंडल  निवासी उप जिलाधिकारी शिवाजी पाटिल से मिला तथा उनको ज्ञापन सौंपा ।
टोरंट विरोधी इस मोर्चे में मनपा विरोधी पक्षनेता मिलिंद पाटिल, राकां ठाणे अध्यक्ष आनंद परांजपे, नगरसेवक उमेश पाटिल, शानू पठाण, प्रकाश बर्डे, राजन किणे, महेश साळवी, बाबाजी पाटिल, विलास म्ह्मात्रे, गोविंद भगत, अनिल भगत, रफीक मुकादम, सिकंदर शेख, हिरा पाटिल, मनोज लासे, गजानन पवार, राकेश पाटिल, नगरसेविका अनिता गौरी, मंगला कलंबे, वर्षा मोरे, आरती गायकवाड, राजन राजे,  सय्यद अली अशरफ, सुधीर भगत, भोलानाथ पाटिल, रमेश पाटिल, चेतन पाटिल, अनिल सालवी, निर्मला म्ह्माात्रे, तकी चेऊलकर विभिन्न दलों के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के साथ ही आम नागरिक भी शामिल हुए ।
टोरंट विरोधी मोर्चे के दौरान यातायात विभाग के पुलिस अधिकारी मनोहर आव्हाड ने आंदोलनकारियों के साथ ही मीडियाकर्मियों से भी दुव्र्यवहार किया , इस बात की पुष्टि फोटोग्राफर गणेश कुरकुंडे के साथ ही  निकेश शार्दुल और अमोल सुर्वे ने भी की ।
विरोध मोर्चे के क्रम में सर्वपक्षीय समिति समन्यवयक दशरथ पाटिल ने कहा कि बिजली चोरी और बकाया रकम के आड़ में भाजपा सरकार जबरन  टोरेंट कंपनी को ठाणे शहर पर लाद रही है , जबकि टोरेंट कंपनी आज तक भिवंडी में सफल नहीं हो पाई है , कंपनी की मनमानी और गुंडागर्दी से भिवंडी के बिजली उपभोक्ता परेशान हैं ,  ऐसी स्थिति में टोरंट जैसी भ्रष्ट कंपनी को बिजली आपूर्ति का ठेका दिया जाना सरकार की साजिश लग रही है ।