मेट्रो चार से शहर में बढ़ी यातायात समस्या संबंधित विभागों की हुई बैठक में निकाला गया मार्ग

ठाणे । ठाणे मेट्रो चार परियोजना के शुरू होने के साथ ही लोगों को शहर में यातायात जाम समस्या से सरोकार होना पड़ रहा है ।
 आलम यह है कि घोडबंदर रोड से होकर अपने गंतव्य स्थान तक जाने के लिए वाहन चालकों को घंटों ट्रैफिक में फंसे रहना पड़ता है। इसे गंभीरता से लेते हुए ठाणे पुलिस आयुक्तालय में स्थित संयुक्त पुलिस आयुक्त कार्यालय में एक बैठक आयोजित किया गया, जिसमें मेट्रो के शुरू होने से जाम समस्या सहित विभिन्न मुद्दों पर गहनता से चर्चा हुई , बैठक में समस्याओं के निपटारे के लिए कई अहम निर्णय लिए गए ।
उल्लेखनीय है कि ठाणे मेट्रो चार परियोजना को शुरू कर दिया गया है , परियोजना पर 14,549 करोड़ रुपए खर्च किया जा रहा है, जिसे पूरा करने का लक्ष्य 2022 तक रखा गया है , जानकारी के अनुसार वडाला से कासारवड़वली तक 32.32 किमी तक विस्तारित किए जाने वाले मेट्रो के 34 स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा ।
 ठाणे शहर में मेट्रो परियोजना शुरू कर दिए गए हैं , शहर के विभिन्न क्षेत्रों में सड़कों पर खुदाई भी कर दी गई है , इसके अलावा दूसरे विभागों के माध्यम से भी खुदाई शुरू है ,  इसके चलते शहर में भारी यातायात जाम का सामना न केवल वाहन चालकों बल्कि आम नागरिकों को भी करना पड़ रहा है ।
 इस समस्या से निजात दिलाने के लिए गुरुवार को ठाणे पुलिस आयुक्तालय में स्थिति संयुक्त पुलिस आयुक्त कार्यालय में बैठक का आयोजन किया गया , बैठक में बिजली, सार्वजनिक निर्माणकार्य, एमएमआरडीए, महानगर गैस, रिलायंस, टाटा और मेट्रो चार परियोजना के अधिकारियों के साथ संबंधित ठेकेदार कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थिति थे , इस बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई ।
साथ ही कई निर्णय भी लिए गए , बैठक में कहा गया कि एक यंत्रणा को एनओसी मिलने के बाद उसी समय सभी प्रस्तावित कामों के लिए खुदाई का काम करना होगा , ऐसा न करने पर संबंधित काम के खुदाई के लिए एक साल बाद एनओसी दी जाएगी ।
इसके साथ ही परियोजना के लिए मनपा के नोडल अधिकारियों की नियुक्ति के लिए प्रशासन से चर्चा की जाएगी , इसके साथ ही एक चरण का काम पूरा होने के बाद दूसरे चरण के काम के बारे में यातायात उपविभाग के अधिकारी को सूचित किया जाएगा ।
 इसके बाद उक्त अधिकारी के समन्यवय के साथ काम को शुरू किया जाएगा , इतना ही नहीं नागरिकों और वाहन चालकों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए मेट्रो के काम को शुरू करने पर निर्णय लिया गया ।