सन ऑफ मल्लाह करेगे वीरांगना फूलन देवी की प्रतिमा का अनावरण
वाराणसी / जौनपुर | आगामी 25 जुलाई को विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक व बिहार सरकार के पशुपालन व मत्स्य संसाधन मंत्री सन ऑफ मल्लाह मुकेश सहनी वाराणसी आएंगे और विरांगना फूलन देवी की 20वीं पुण्यतिथि पर प्रदेश के हर जिले में वी.आई.पी. द्वारा श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जा रहा है तथा वाराणसी जनपद की रोहनिया विधानसभा क्षेत्रान्तर्गत सूजाबाद – पड़ाव पर स्थापित की जा रही प्रतिमा का अनावरण सन ऑफ मल्लाह मुकेश सहनी करेंगे , उस दिन वहां पर विशाल जनसभा का आयोजन किया गया है इस सम्बंध में वी.आई.पी. के प्रदेश अध्यक्ष चौ. लौटनराम निषाद ने बताया कि विश्व की चौथी व देश की प्रथम क्रांतिकारी महिला विरांगना फूलन देवी की वाराणसी के साथ गोरखपुर , महराजगंज , सन्तकबीरनगर , बलिया , अयोध्या , सुल्तानपुर , लखनऊ , मिर्जापुर , भदोही , इलाहाबाद , बांदा , औरैया , फ़िरोज़ाबाद , मेरठ , मुजफ्फरनगर में २५ जुलाई को फूलन देवी की प्रतिमाएं स्थापित कराई जा रही है |
आपको बता दे कि केराकत विधानसभा क्षेत्र के बरैछा वीर व बंबावन में २५ जुलाई के वाराणसी में मुकेश सहनी के कार्यक्रम के संबंध में क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं की मीटिंग की गई , जिसे संबोधित करते हुए निषाद ने कहा कि मंत्री के स्वागत व अगवानी में २ बजे से पहले बाबतपुर एयरपोर्ट पर फिंचने की अपील किया , इस अवसर उन्होंने कहा कि वी.आई.पी. में सभी जाति , धर्म के लोगों को स्थान व सम्मान दिया जाएगा , और कहा गया कि आरक्षण नहीं तो गठबंधन नहीं और वी.आई.पी. सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष करेगी , पिछड़ा हो या अगड़ा , दलित हो या पसमांदा हो , सबको साथ लेकर चला जायेगा , निषाद ने कहा कि निषाद बहुल १५७ सीटों को विशेष टारगेट में लेकर सभी ४०३ सीटों पर तैयारी की जाएगी और उन्होंने कहा कि १७ अतिपिछड़ी जातियों को एससी का दर्जा दिलाने के नाम पर सभी दलों ने सिर्फ लॉलीपॉप दिखाया , इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष प्रभूदयाल निषाद , प्रदेश प्रवक्ता सुभाष निषाद , जिलाध्यक्ष इंद्रजीत निषाद एडवोकेट , रामसूरत कन्नौजिया , पंचम निषाद , राजनाथ निषाद , सतीश विश्वकर्मा , रमेश गौड़ , महेंद्र गौड़ , धीरज शर्मा , गुलशन भारती , भीम यादव , शशि भारती , सतीश निषाद एड , जिलेदार निषाद , चंद्रभान पहलवान , मिश्रीलाल निषाद , धर्मेंद्र निषाद , संजय निषाद , इंद्रावती देवी आदि सहित सैकड़ों प्रतिनिधि उपस्थित रहे |